श्री कृष्णा महिला महाविद्यालय, सिपाह, इम्ब्राहिमाबाद, जनपद-मऊ
नगरों की आधुनिक चकाचौंध से सुदूर आंचल में स्थापित श्री कृष्णा महिला महाविद्यालय, सिपाह, इम्ब्राहिमाबाद, जनपद-मऊ मधुबन घोसी राजमार्ग के निकट स्थित है । भारत वर्ष गाँवों का देश है परन्तु अविकसित गाँव की सम्पदा एवं शिक्षा विहीन गाँव जनमानस कर सही प्रतिनिधित्व नहीं कर पाते है ।
वर्तमान शताब्दी को ज्ञान शताब्दी के रूप में स्थापित किया जा रहा है । ज्ञान समाज के निर्माण के लिए आवश्यक है । अधिक से अधिक छात्र उच्च शिक्षा से लाभान्वित हो ।
एक अरब से अधिक जनसँख्या वाले इस देश में केवल परम्परागत शिक्षा प्रणाली द्वारा उच्च शिक्षा का विस्तार एक जटिल समस्या है । महाविद्यालय शिक्षा प्रणाली के माध्यम से शिक्षार्थियों को गुणवत्तापरक समयानुकल एवं राष्ट्र की आकांक्षाओं के अनुरूप शिक्षा प्रदान कर रहा है । महाविद्यालय में स्नातक कला संकाय वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर से पाठ्यक्रम संचालित है ।
श्री कृष्णा महिला महाविद्यालय अपनी स्थापना के उपरान्त निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है । अपने स्थापना के उद्देश्यों को प्राप्त करने में महाविद्यालय सफल रहा है तथा इस दिशा में अनवरत रूप से प्रयासरत है। आशा है कि महाविद्यालय निकट भविष्य में क्षेत्र के अभिभावकों एवं छात्रों के सहयोग से अपने क्रिया-कलापों एवं योजनाओं का चतुर्मुखी विकास करने में सफल होगा तथा महाविद्यालय की उच्च शिक्षा / व्यवसाय परक शिक्षा सम्बन्धित आवश्यकताओं को पूर्ण कर सकेगा ।
1. महाविद्यालय का उद्देश्य छात्रों में अंतर्निहित क्षमताओं का विकास, विस्तार और पोषण करना है।
2. इसका उद्देश्य केवल एक छात्र को साक्षर बनाना नहीं है बल्कि उसे संपूर्ण व्यक्ति बनने में मदद करना है।
3. सह-पाठयक्रम गतिविधियाँ छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए अभिन्न अंग हैं।
कॉलेज में छात्रवृत्ति की सुविधा उपलब्ध है जो यूपी सरकार द्वारा प्रदान की जाती है।
We have a group of qualified teachers.
Books are vailable in our library.
हमारे कॉलेज का उद्देश्य छात्रों को विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक पृष्ठभूमि से एक साथ लाने के लिए उन्हें विभिन्न शैक्षणिक और व्यावसायिक कार्यक्रमों की पेशकश करना है। कॉलेज अपने छात्रों को मजबूत एकीकृत महिलाओं में विकसित करने का प्रयास करता है और प्रत्येक व्यक्ति को एक जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करता है, जो दूसरों और समाज की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। यह अपेक्षा करता है कि इसके छात्र सांस्कृतिक और पर्यावरणीय मुद्दों के प्रति संवेदनशील हों और जो उनके भरण-पोषण में आगे योगदान दे सकें। यह प्रत्येक छात्र में वैदिक परंपरा के आध्यात्मिक और नैतिक मूल्यों की समझ विकसित करता है। इसका उद्देश्य एक दूसरे के साथ नेतृत्व कौशल और स्वस्थ संबंध विकसित करना है।
In college 600+ student studying.
We have 35000+ Alumi till now